"वह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जो सूचनाओ को खोजने, संगृहीत करने, एकत्र सूचना को पुनः प्राप्त कर प्रोसेस करने की क्षमता रखता है कंप्यूटर कहलाता है ! इसे 'संगड़क यन्त्र' भी कहते है !"
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कंप्यूटर के भाग /PARTS OF COMPUTER
कंप्यूटर कई उपकरणों का एक संयुक्त मेल है जो एक साथ मिलकर काम करते है! हम यहा कंप्यूटर के विभिन्न भागो के बारे मैं अध्ययन करेंगे !
वैसे तो कंप्यूटर के बहुत सारे भाग है किन्तु मुख्यत: इसे दो भागो मई बांटा गया है -
१. हार्डवेयर HARDWAER
२. सॉफ्टवेयर SOF WAER
हार्डवेयर/HARDWARE :
कंप्यूटर में हार्डवेयर वह भाग है जिसे हम अपनी आँखों से देख सकते है , उसे छू सकते है ,महसूस कर सकते है मतलब कंप्यूटर के उपकरण जिनका हम इस्तमाल करते है जिनमे मॉनिटर ,माउस CPU, कीबोर्ड आते है !
आइये इनके उपकरणों को विस्तार से जाते है:
मॉनिटर /MONITOR
'मॉनिटर(monitor)' कंप्यूटर का सबसे अहम् भाग है जिससे सूचनाओं को देखा जाता है और कंप्यूटर को कमांड दी जाती है यह सचित्र सूचनाओं को प्रदर्शित करता है इसे कंप्यूटर का आउटपुट डिवाइस भी कहा जाता है!,इसमें एक स्क्रीन /डिस्प्लै होता है पावर एवं कंट्रोल बटन होते है जो की मॉनिटर को कंट्रोल करने केउपयोग आता है इस की सहायता से आप टेक्स्ट (TEXT) और इमेजे (IMAGE) को स्क्रीन पर देख सकते है! माउस(mouse) और कीबोर्ड(kaybord) के द्वारा दिए गए निर्देशों को मॉनिटर की सहायता से स्क्रीन (screen) पर देखा जाता है यह कम्प्यूटर का एक आउटपूट डिवाइस है जो की सी. पि. यु(CPU) से वि.जी.ऐ. (VGA) केबल से जुड़ा होता है एक कंप्यूटर चालक (OPRETOR) ऐसी स्क्रीन को देख कर कंप्यूटर को ऑपरेट करता है !
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VGA-CABLE |
मॉनिटर(MONITOR) दो तरह के होते है : वक्त के साथ साथ मॉनिटर के आकर और रचना में भी कई परिवर्तन आए है और उपयोग की दृस्टि से आसान और सुविधा जनक हो गई है आइये इसके प्रकार के बारे में जानते है -
- पिछले कुछ साल पहले ये मॉनिटर" केथोड रे ट्यूब(cathod ray tube)" स्क्रीन वाले होते थे जो पुराने टेलीविज़न की तरह होते थे इन्हे सी आर टी (CRT) मॉनिटर कहते है यह वजन में भरी और बड़े आकर के होते है यह काफी जगह लेते थे !
२. वर्तमान में मॉनिटर एक पतले आकर का होता है जो की स्टैंड की सहायता से खड़ा होता है इनमें LIQUDE CRISTEL DESPLAY(LCD) लगा होता है !इसी तरह ऐसी एक मॉनिटर LIGHT-EMITTING-DIODEहोता है जिसमे light emitting diode स्क्रीन लगा होताहै ऐसे ही LED मॉनिटर कहते है !
माऊस /MOUSE
यह डिवाइस कंप्यूटर मैं सूचना भेजने के आता है ऐसे कंप्यूटर मैं इनपुट डिवाइस के रूप में जाना जाता है यह एक छोटा सा इनपुट डिवाइस है जिसमे दो बटन(लेफ्ट-राइट ) और एक एस्क्रोल करने के लिए गोल चाकरी लगी होती है. यह डिवाइस कंप्यूटर के मोनोटेर में एक पॉइंट की तरह काम करती है जो की 'कर्सर' कहलाता है!
कीबोर्ड / KAYBORD
कीबोर्ड कंप्यूटर का दूसरा मुख्य इनपुट डिवाइस है जिसमे कुल 104 की होते है जो कंप्यूटर को सूचना प्रेषित करते है और प्रोसेसिंग का आदेश देते है !इस बोर्ड मै इंग्लिश के 26 लेटर और 0-9 तक के की होते है साथ ही फंक्शन की,कण्ट्रोल ऑल्ट एंटर स्पेस के साथ कुल 104 बटन होते है जो की कंप्यूटर को अलग अलग command देने के काम आते है और इस तरह कंप्यूटर दिए गए निर्देशों का पालन करता है यह कंप्यूटर के CPU से USB PORT के माध्यम जुड़ा होता है यह पहले PS2 वाले भी एते थे !
ALFABATICAL KAY : इनमई ऐ से जेड तक के 26 अल्फ़ाबेड्स एते है जो की टेक्स्ट कमांड देने के काम एते है !
NUMERICAL KAY :इन में 0 से 9 तक के नम्बर आते है !
FUNCTION KAY : यह 1 से 12 तक के होते है जो की अलग अलग तरीके से काम करते है
CTRL KAY:
ALT KAY:
SHIFT:
SPCEKAY:
इन मुख्या बटन साथ साथ और भी की कीबोर्ड में मौजूद हेट है जो अलग अलग कार्यों को को सम्पादित करते है
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट /CENTRAL PROCESSING UNIT
यह कंप्यूटर मुख्या भाग है यही वह भाग है जो कंप्यूटर का मस्तिष्क भाग कहलाता है यही भाग सूचनाओं को एकत्र करता है computer मै लगे HARDWARE और SOFTWARE मिलाकर जो निर्देश देते है और उन निर्देशों को क्रियान्वित करना और सर्वश्रेस्ट परिणाम प्रदान करना ही CPU का मुख्या काम है !
कंप्यूटर मेमोरी, प्रोसेस्सर, मदरबोर्ड और P S U का सयुक्त कार्यप्रणाली के इकाई को कहा जाता है यह सब कंपोनेंट्स मिल कर सूचनाओं और निर्देशों को प्राप्त कर उसे प्रोसेस कर मॉनिटर अथवा अन्य आउट पुट डिवाइस में भेजती /प्रदर्शित करती है !
CPU के आतंरिक भागो का वर्णन
सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CENTRAL PROCESSING UNIT) मुख्यतः संयुक्त इकाई है आइये इनके बारे मई विस्तार से जानते है :
1. P S U (पावर सप्लाई यूनिट )
यह यूनिट CPU को पावर देने काम करती है यह बाहरी पावर(विद्द्युत ) कनेक् के जुड़ा होता है जो की विद्युत् के DC को AC बदल कर CPU के विभिन्न युनिटो में पहुँचता है जैसे- हार्ड डिस्क ,मदरबोर्ड, CD/DVD ड्राइव आदि में पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति करता है !
२.MAMORI मेमोरी /संग्रहण
यह यूनिट डाटा को कंप्यूटर में संग्रहण करने का काम करता है और निर्देश मिलने पर सूचनाओं को प्रदर्शित करता है यह भी दो प्रकार के होते है स्थाइ मेमोरी और अस्थाइ मेमोरी ! स्थाई मेमोरी को रोम(ROM) और अस्थाई मेमोरी को रेम(RAM) कहते है !
ROM / स्थाई मेमोरी : वह मेमोरी जिसमे सूचनाओं को स्थाई रूप से संग्रहण किया जाता है यह स्थाई रूप से कंप्यूटर में विद्यमान रहते है इस मेमोरी को जब तक हटाया(DELETE) न जाय तब तक ये नहीं हटाए जा सकते इस मेमोरी का उपयोग इमेजेस , विडिओ ,डाटा और मुख्या सूचनाओं को सग्रहित करने में होता है इनकी सग्रहण क्षमता को जरुतत के हिसाब से घटाया बढ़ाया जा सकता है ! कंप्यूटर में लगाने वाले स्थाई मेमोरी को हार्ड डिस्क(HARD-DISK) कहते है !
RAM/अस्थाई मेमोरी : वह मेमोरी जो कंप्यूटर में हमेशा मौजूद नहीं रहती इसमें सूचना केवल तब तक रहती है जब तक उसमे हम काम करते है, कार्य ख़तम होने के के बाद ये मेमोरी नस्ट हो जाती है या बंद हो जाती है इस मेमोरी को RAM(RANDOM ACSES MEMORI) कहते है ! जिस वक्त हम कंप्यूटर में कार्य करते है उस वक्त इस मेमोरी में सुचना संगृहीत होतींहै और कार्य समाप्त होने पर यहाँ की सूचना भी समाप्त हो जाती है इस कारण इसे अस्थाई मेमोरी भी कहते है ! यह कंप्यूटर के तीव्रता को भी निर्धारितकरती है !
3. MOTHERBORD /मदर बोर्ड
यह एक थिन प्लेट की बानी होती है जो की CPU का MAIN CONTROL PLATE होता है जिस पर बहुत सारे कम्पोनेंट्स लगे होते है जैसे ram, processer , IC के अलावा यह हार्डडिस्क और CD ड्राइव से जुड़ा होता है जैसे की नाम से ही पता चलता है की या कंप्यूटर की mother है मुख्या है इस लिए इसे मदर बोर्ड कहते है यही सभी कार्यो को संचालित करती है !
मदर बोर्ड से किसी न किसी रूप से सभी पार्ट्स जुड़े होते है !
4. PROCESSER/प्रोसेसर
यह कंप्यूटर का दिमाग होता है यही वो पार्ट्सहै जिसका काम गणना करना निर्देशों का पालन करना सूचनाओं को खोजना, सूचन प्रेसित करना, प्रदर्शित करना मशीनी भाषा को समझना उसे रूपांतरित करना और निर्देशों को क्रियान्वित करना होता है ! हमारे शरीर में जिस तरह मस्तिष्क होता है उसी तरह कंप्यूटर का मस्तिष्क प्रोसेस्सर होता है !
यह एक 2-3 इंच की सेरेमिक बॉक्स होता है इस पर सिलिकॉन चिप लगी होती है यह मदरबोर्ड में प्रोसेसर सॉकेट मे फिट होती है जो की हीट सिंक की होती है चूँकि यह कार्य करते समय बहुत गरम हो जाती है इस लिए इसके ऊपरी भाग में फैन लगी होती है जो की इसे ठंडा रखता है !
5 .IC/ आई सी (introgeted sircit)
यह भी मदरबोर्ड में लगाने वाला एक महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स है जो की मदर को सुचारु रूप से कार्य करने में मदत करती है !
6. CPU CASE
ऊपर दी गई पार्ट्स की जानकारी के अलावा इन सब को जिन बॉक्स में फिक्स किया जाता है इसे ही CPU बॉक्स या CPU कॅश कहते है! यह टिन का एक बॉक्स होता है जिस पर सारे पार्ट्स फिट होते है यह अलग अलग DESGINE के होते है !
7. CD/DVD DRIVE
CD/DVD ड्राइव भी CPU का महत्वपूर्ण इनपुट डिवाइस है! हाला की ये आउट पुट का भी काम करता है यह ड्राइव CD /डीवीडी को रीड(read) करने काम भी आता है !
9.USB PORT
usb port के माध्यम से ही सरे कंप्यूटर अटैचमेंट डिवाइस ( आउटपुट और इनपुट ) cpu से प्लग इन होते है !
यह सब कंप्यूटर के मुख्या भाग कंप्यूटर को अधिक तेज और उपयोगी बनाते है यह कंप्यूटर के हार्डवेयर कहलाते है !
सॉफ्टवेयर /SOFTWARE
MONITOR , CPU ,MOUSE , और KAYBORD मिलकर कंप्यूटर कहलाते है किन्तु इन सबके अलावा कंप्यूटर को कार्य करने के लिए सॉफ्ट-वेअर(सॉफ्टवेयर) की जरुरत पड़ती है यह एक प्रकार का प्रोग्राम होता है जिससे कम्प्यूटर काम करने के लिए कंप्यूटर निर्माताओं द्वारा तैयार की जाती है !हम इसे छू नही सकते है!यह कंप्यूटर के उपयोगकर्ता और कंप्यूटर हार्डवेयर के बिच सम्बन्ध का माध्यम है !
जिस तरह हमें कार या बाइक चलने के लिए ड्राइव करने का ज्ञान होना या फिर किसी डाइवर की आवश्यकता होती है, बिना डाइवर के हम गाड़ी नहीं चला सकते उसी तरह सॉफ्टवेर के बिना हम कंप्यूटर नहीं चला सकते !
कंप्यूटर भी बिना सॉफ्टवेयर के एक निर्जीव मशीन है दुसरे शब्दों में हम कह सकते है कि कंप्यूटर का हार्डवियर एक शरीर है तो सॉफ्टवेयर उसकी आत्मा !
सॉफ्टवेयर,कंप्यूटर यूजर-इंटर- फेस है! कंप्यूटर को आसानी से इस्तेमाल करने के लिए एक प्रोग्राम है जिससे कंप्यूटर सूचनाओं को प्राप्त कर निर्देशों का पालन करती है और दिए गए निर्देशों का निषपादन करती है !
MSDOS ,विंडो, गूगल आदि ये सभी सॉफ्टवेयर कहलाते है हाला की इस्तेमाल के अनुसार सॉफ्टवेयर कई प्रकार के होते है !अलग अलग कार्य करने के लिए अलग अलग सॉफ्टवेयर होते है जैसे कंप्यूटर को कार्य करने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है और जिसे कंप्यूटर का ओस कहते है औपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर की स्क्रीन पर दिखने वाला इंटरफ़ेस है जिस पर हम काम करते है !
सॉफ्ट वेयर प्रोग्राम के एक समूहों को कहा जाता है जो कंप्यूटर को सरल तरीके से निर्देशित , संचालित एवं परिणामो को प्रदर्शित करने की क्षमता रखता है!
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर दो प्रकार होते है :
१. सिस्टम सॉफ्टवेयर २. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
१. सिस्टम सॉफ्टवेयर
वह सॉफ्टवेयर जो कंप्यूटर कंप्यूटर को ऑपरेट करने के लिए आवशयक है इस का निर्माण कंप्यूटर कम्पोनेनेट्स बबनाने वाली खुद करती है यह कंप्यूटर लैंग्वेज में बानी कंप्यूटर फ्रेंडली प्रोग्रामो का समूह होता है !
२. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर एक विशेष कार्य को करने वाले विशिष्ट प्रोग्राम होते है जिसमे एक विशेष पूरा करने के सारे तरीके मौजूद होते है !इन्हे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर या डाइवर भी कहते है जैसे हमें प्रिंटर को चलने के लिए प्रिंटर का ड्राइवर/सॉफ्टवेयर कंप्यूटर मई इंस्टॉल पड़ता है जो की प्रिंटर बनाने वाली कंपनी खुद बनाती है
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दोस्तों इस पोस्ट में आप को कंप्यूटर से जुड़े सभी बेसिक कंपोनेंट्स के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध कराइ गई है यदि कंप्यूटर से जुडी और कोई जानकारी आप को चाहिए तो प्लीज कमेंट करे और आप को ये पोस्ट लाभदायक लगा हो तो लिखे और हमें कुछ सुझाव दे ताकि हम और भी बेहतर प्रदर्शन कर सके
धन्यवाद!
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